छठी शताब्दी ईसापूर्व-2
शूरसेन-
- शूरसेन की राजधानी मथुरा थी। इसका प्रमुख शासक अवंतिपुत्र था।
- यूनानी ग्रंथों में शूरसेन को सूरसेनोह तथा मथुरा को मिथौरा कहां गया।
वत्स-
- वत्स की राजधानी कौशांबी थी।
- यहां पोरव वंश का शासन था। तथा इसका प्रमुख शासक उदयन था।
- उदयन ने बौद्ध भिक्षु पिंडोला के प्रभाव में आकर बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया।
- कालिदास कृत स्वप्नवासवदत्ता मैं उदयन और वासवदत्ता की प्रेम कथा का वर्णन है। वासवदत्ता चंदप्रद्योत की पुत्री थी
- वक्त से गंधिको के सिक्के प्राप्त हुए हैं। गंधिक इत्र बनाने वाले कारीगरों को कहा जाता था।
- मगध नरेश शिशुनाग ने वत्स को जीतकर मगध में मिला लिया।
काशी-
- काशी की राजधानी वाराणसी थी।
- शासक ब्रम्हदत्त अपने कौशल का कुछ हिस्सा छीन लिया था। तत्पश्चात कालांतर में कौशल नरेश कंस( महाभारत वाला नहीं) ने संपूर्ण काशी को अपने अधीन कर लिया।
- उसके बाद कौशल नरेश प्रसेनजित ने अपनी बहन महाकौशला का विवाह मगध नरेश बिंबिसार से किया और काशी मगध को दहेज में दे दिया। अजातशत्रु ने जब बिंबिसार की हत्या की तो काशी को कौशल ने छीन लिया। अजातशत्रु ने प्रसेनजीत पर हमला कर उसे हरा दिया। प्रसेनजीत ने अपनी पुत्री वाजिरा का विवाह अजातशत्रु से किया तथा पुनः काशी मगध को दहेज में दे दी।
मगध-
- मगध की प्रारंभिक राजधानी राजगृह/ गिरिव्रज थी।
- उदायिन ने राजधानी पाटलिपुत्र बनाई।
- शिशुनाग ने राजधानी वैशाली को बनाया।
- कालाशोक ने पुन: पाटलिपुत्र को राजधानी बनाया।
अंग-
- अंग की राजधानी चंपा थी तथा यहां का प्रमुख शासक ब्रम्हदत्त था।
- चंपा तत्कालीन समय का सबसे अधिक सुनियोजित विकसित नगर था। जिसे यहां के वास्तुकार महागोविंद ने बनाया था।
पांचाल-
- उत्तरी पांचाल की राजधानी अहिच्छत्र थी। तथा दक्षिणी पांचाल की राजधानी कांपिल्य थी।
कोसल -
- उत्तरी कोशल की राजधानी श्रावस्ती( आधुनिक नेपाल श्रावस्ती फैजाबाद का क्षेत्र) तथा दक्षिणी कोशल की राजधानी कुशावती थी।
- श्रावस्ती की पहचान आधुनिक सहेत-महेत नामक स्थान से की जाती है।
- श्रावस्ती का नगर विन्यास अर्धचंद्राकार था।
- श्रावस्ती के प्रमुख शासक कंस, उसका पुत्र महाकौशल, कथा महाकौशल का पुत्र प्रसेनजीत था।
- प्रसेनजित बुद्ध के समान आयु का था तथा बुद्ध से उसके मित्रवत संबंध थे।
वज्जि -
- वज्जि की राजधानी वैशाली थी। जिसकी पहचान आधुनिक बसाढ़ नामक स्थान से की जाती है।
- वज्जि आठ संघो का समूह था।
- यहां गणतांत्रिक राजव्यवस्था थी।
मल्ल -
- मल्ल की राजधानी पावा तथा कुशीनगर थी।
चेदि -
- चेदि की राजधानी सूक्तिमति/ शक्तिमती/ सोत्थीवती थी।
- चेदि आधुनिक बुंदेलखंड का क्षेत्र था।
- यहां का प्रमुख शासक शिशुपाल था जिसका श्री कृष्ण ने वध किया था।
अवंति -
- उत्तरी अवंति की राजधानी उज्जयनी थी। जबकि दक्षिणी अवंती की राजधानी महिष्मति थी।
- अवंति में प्रद्योत वंश का शासन था तथा इसका प्रमुख शासक चंद्र प्रद्योत था।
- चंद्र प्रद्योत को बौद्ध धर्म में महाकच्चायन ने शिक्षित किया।
- चंद्रप्रद्योत को गांधार शासक पुष्करसारिन ने हराया था।
- चंद्र प्रद्योत की पुत्री वासवदत्ता का विवाह मगध शासक उदायिन से हुआ।
- अवंती में भी मगध की तरह लोहे की खाने थी।
- शिशुनाग ने अवंती का विलय मगध में किया।
मत्स्य -
- मत्स्य की राजधानी विराटनगर थी।
- यह राजस्थान में एकमात्र महाजनपद था।
अश्मक-
- अश्मक की राजधानी पोटल/ पोटला/ पोटली/ पैठण थी।
- भारत का एकमात्र महाजनपद है जो कि आंध्र प्रदेश में गोदावरी (प्रवरा) नदी के तट पर था।
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