हडप्पा कालीन नगर - 2
चन्हूदड़ो -
- यह नगर पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में सिंधु नदी के तट पर पाया गया है।
- इसकी खोज सं 1931 में NG मजूमदार ने तथा बाद में विस्तृत जानकारी सं 1935 में मैके ने प्राप्त की।
- यह नगर झूकर झांगर संस्कृति का अंग था।
- यह से कोई भी टीला दुर्गीकृत नहीं पाया गया।
- यह मनका बनाने के कारखाने प्राप्त हुए है जो लोथल से बड़े है।
- लिपस्टिक , कंघा , इत्र प्राप्त हुआ है। जो की सौंदर्य प्रसाधन का प्रतीक है।
- यह से वक्राकार ईंटे पायी गयी है जिनमे से एक में कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा करने के पैरो के निशान प्राप्त है।
कालीबंगा -
- राजस्थान के गंगानगर जिले में घघ्घर नदी के तट पर खोजा गया है।
- इसको सं 1957 में अमलानंद घोष ने तथा बाद में सं 1960 में BK खोजा।
- कालीबंगा का शाब्दिक अर्थ है - काले रंग की चूड़ियां।
- इस नगर के दोनों टीले अलग अलग रक्षा प्राचीर से घिरे थे।
- यह से प्राप्त एक मिटटी की पट्टिका में एक ओर सव्वंग युक्त देवता और दूसरी ओर मनुष्य और बकरी के चित्र प्राप्त हुए है।
- यह से जुते खेत प्राप्त हुए है तथा चना , सरसो आदि के अवशेष प्राप्त हुए है जो की प्राक हड़प्पा कालीन है।
- 7 अग्नि कुंड प्राप्त है।
- यह के एक बच्चे की खोपड़ी प्राप्त हुई है जिसमे 6 छेद है जो की शल्य चिकित्सा के प्रमाण है।
- यह के प्राप्त अन्य वस्तुओ में अलंकृत ईंट , कच्चे घर , ऊँट की हड्डिया।
- इस नगर का पतन भूकंप के कारण हुआ था।
धौलावीरा -
- यह नगर गुजरात के भचाऊ जिले के खदिर द्वीप के उत्तरी भाग में खोजा गया है।
- यह एक आयताकार नगर है।
- इस नगर की खोज सं 1967-68 में जगपति जोशी ने की थी। जबकि इसका उत्खनन सं 1990 में प्रारम्भ हुआ।
- यह नगर तीन भागो में विभक्त था। पूर्वी तथा पश्चिमी टीले के मध्य मध्यमा टीला भी पाया गया है।
- इस नगर से स्टेडियम के साक्ष्य भी प्राप्त हुए है।
- इस नगर से एक नेम प्लेट भी प्राप्त हुआ जिस पर 10 अक्षर लिखे हुए है।
- इस नगर के 30%भूभाग पर बड़े तालाब है तथा 2 नहरे भी है जो की जल प्रबंधन की उच्च कोटि की व्यवस्था को दर्शाता है।
- यह से प्राप्त जलकुंड शैलकृत स्थापत्य का नमूना है।
बनवाली -
- यह नगर हरियाणा के हिसार जिले में खोजै गया है।
- इस नगर की खोज सं 1973 में R.S.बिष्ट ने की थी।
- यह से अच्छे किस्म के जौ के साक्ष्य मिले है।
- मिटटी के बने हल की आकृति प्राप्त हुई है।
- यह से जल निकास की अव्यवस्थित प्रणाली प्राप्त हुई है।
भारत में खोजे गए अन्य स्थल
मांडा -
- यह जम्मू कश्मीर में खोजा गया है।
- यह इस सभ्यता का सबसे उत्तरी स्थल है।
- यह चिनाव नदी के तट पर बसा था।
रोपड़ (पंजाब)-
- स्वतंत्रता के बाद पहला उत्खनित स्थान है।
- इसका आधुनिक नाम रूपनगर है।
- यह से मालिक के साथ कुत्ते को दफनाने के साक्ष्य मिले है।
दधेरी (पंजाब)-
- यह परवर्ती हड़प्पा कालीन स्थल था।
संघोल (पंजाब)-
- यह से ताँबे की छेनिया प्राप्त हुई है।
- यह से वृत्ताकार अग्निकुंड के साक्ष्य मिले है
राखीगढ़ी (हरियाणा)-
- भारत में खोजा गया हड़प्पा काल का सबसे बड़ा स्थल है।
कुणाल (हरियणा)-
- यह से चांदी के दो मुकुट मिले है।
सनौली (बागपत , उत्तर प्रदेश)-
- यह से 125 समाधिया मिली है।
- यह से जानवरो की हड्डिया मिली है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से खोजे गए स्थल -
बड़ागाव
हुलास
अम्बाखेड़ा
सकतपुर - यह सं 2017 में खोजा गया नवीनतम स्थल है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ से खोजे गए स्थल -
आलमगीरपुर - यह हिंडन नदी के तट पर बसा था। तथा इस सभ्यता का सबसे पूर्वी स्थल है।
हस्तिनापुर
भगवानपुरा
सुरकोतड़ा (गुजरात)-
- यह कच्छ की खाड़ी के क्षेत्र में खोजा गया है।
- यह से घोड़े का कंकाल प्राप्त हुआ है।
- इस नगर के दोनों टीले एक ही प्राचीर से घिरे हुए थे।
- इसका पतन भूकंप से हुआ।
रंगपुर (गुजरात)-
- यह स्थल अहमदाबाद के काठियावाड़ क्षेत्र (सौराष्ट्र) में खोजा गया है।
- यह भादर नदी के तट पर बसा था।
- यह से धान की भूसी प्राप्त हुई है।
दैमाबाद (महाराष्ट्र)-
- यह सबसे दक्षिणी स्थल है।
- यह स्थल नगर अहमदनगर जिले में गोदावरी की सहायक प्रवरा नदी के तट पर बसा था।
पाकिस्तान में खोजे गए स्थल -
गनेरीवाला (पंजाब)-
- यह क्षेत्रफल की दृष्टि से इस सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल था।
सिन्ध प्रान्त में खोजे गए स्थल -
कोटदीजी - यह से अलंकृत खम्भा , तथा पत्थर के तीर मिले है।आमरी - यह से बारहसिंघा के साक्ष्य मिले है।
अलीमुराद - यह हड़प्पा सभ्यता का एकमात्र ग्रामीण स्थल था।
जदिरदड़ो - यह से स्टेडियम के साक्ष्य मिले है।
अल्लादिनो - यह स्थल अरब सागर तथा सिंधु नदी के तट पर बसा बन्दरगाही नगर था।
बलूचिस्तान में खोजे गए स्थल -
नौसारो - यह से सिंदूर के साक्ष्य मिले है। बालाकोट - यह से सीप उद्योग के साक्ष्य मिले है।
सोत्काकोह - शादीकौर नदी के तट पर बसा था।
सुतकागेंडोर
No comments:
Post a Comment